Indians ne fode bum, Pakistan hua dhuan dhuan 💥💨
इंडियन्स ने फोड़े बम, पाकिस्तान हुआ धुआं-धुआं 💥💨
इस साल दिवाली सिर्फ भारत में नहीं, पाकिस्तान तक मनाई गई — फर्क बस इतना था कि हमने देखी रोशनी, और उन्होंने लिया धुआं! जब भारत में धड़ाम-धमाका हुआ, लाहौर के सेंसर बोले — “ओए ये क्या हो गया भाई!”
🎇 दिवाली की रौशनी, लाहौर का अंधेरा
भारत के शहरों में आसमान रंग-बिरंगी रोशनी से भर गया था। बच्चों से लेकर बुजुर्गों तक, सबके हाथ में पटाखे थे — अनार, चकरी, रॉकेट, और दिल में खुशी। लेकिन उसी वक्त, सरहद पार लाहौर में आसमान काला पड़ गया। हवा में गंध, आंखों में जलन और AQI इतना बढ़ा कि मीटर ने भी सांस लेनी छोड़ दी।
दिल्ली 300+ AQI पर और लाहौर 266 तक पहुंच गया। यानी दिवाली हमने मनाई, पर सांसें उन्होंने गिनी।
“प्रदूषण अमृतसर और लुधियाना से आ रहा है।” — पंजाब (पाकिस्तान) पर्यावरण विभाग
🚨 लाहौर में इमरजेंसी, इंडिया में सेलिब्रेशन
पाकिस्तान की पंजाब सरकार ने स्मॉग गन, पानी के छिड़काव और चेकिंग स्क्वॉड भेज दिए। कुल 83 लोग गिरफ्तार हुए — फैक्ट्रियों में धुआं फैलाने से लेकर टायर जलाने वालों तक। मंत्री मरियम औरंगज़ेब ने बयान दिया कि “हवा भारत से आ रही है”, और जनता को बोला, “धुआं आने तक घर में रहें।”
उधर भारत में लोग मिठाई बांट रहे थे, पटाखे फोड़ रहे थे और इंस्टाग्राम पर लिख रहे थे — “#FestivalVibes #BoomBoomBoom”.
🔥 पटाखे या सरहद पार स्मॉग?
सोशल मीडिया पर वीडियो वायरल — लोग अपने मोहल्लों में क्रैकर बैटल खेल रहे थे। एक तरफ रॉकेट उड़ा, दूसरी तरफ अनार फूटा। लेकिन इस फ्रेंडली फायर के बीच हवा ने तय किया — अब मैं बॉर्डर पार जाऊंगी!
लाहौर, फैसलाबाद और गुजरांवाला की हवा में PM2.5 की मात्रा WHO लिमिट से 35 गुना ज्यादा पाई गई।
🌫️ हवा ने बॉर्डर पार किया, इल्ज़ाम भी
हवा ने पासपोर्ट नहीं दिखाया, बस स्मॉग लेकर निकल पड़ी। दिल्ली बोला — “वेलकम टू द क्लब।” लाहौर बोला — “अब समझ आया स्मॉग क्या होता है।” अब दोनों तरफ एक जैसा नज़ारा — मास्क, आंखों में जलन, और लोग गूगल कर रहे हैं “एयर प्यूरीफायर अंडर 5000”.
💣 “इंडिया ने दिवाली मनाई, पाकिस्तान ने इन्हेलर उठाया।”
💭 दिवाली के बाद की कहानी
पटाखों का शोर थमा, पर हवा अब भी गूंज रही है। गलियों में हल्का कुहासा, सड़कों पर धुंध, और हर तरफ वही सवाल — “क्या अगली दिवाली थोड़ी साफ़ हो सकती है?”
अगले साल शायद सरकारें एक साथ मिलकर “ऑपरेशन साफ़ सांस” चलाएं — इंडिया की तकनीक और पाकिस्तान की शिकायतें, दोनों साथ। तब तक के लिए, अगली दिवाली पर थोड़ी कम बारूद और थोड़ी ज़्यादा समझदारी चलेगी तो आसमान भी मुस्कुरा उठेगा।